Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

किसी का बेवक्त गुजर जाना

किसी का बेवक्त गुजर जाना जीवन का समाप्त हो जाना। सपनों, उम्मीदों, संबंधों, रिश्तों पर पूर्ण विराम लग जाना।
बेसुध मां बहन पत्नी बेटे बेटी व बाप भाई का हार जाना।
अनाथ, बेवा, टूटी लाठी से उस घर का खंडहर हो जाना।

संघर्ष की पराकाष्ठा से परिवार का हर दिन गुजरते जाना।
उसकी तस्वीर को देख मन ही मन दिन – रात रोते जाना।
त्योहारों की खुशियां चकाचौंध का मातम में बदल जाना।
बहुत तकलीफ़ देता है किसी का यूं ही बेवक्त चले जाना।

Language: Hindi
152 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"विक्रम" उतरा चाँद पर
Satish Srijan
आदमी हैं जी
आदमी हैं जी
Neeraj Agarwal
नवरात्रि-गीत /
नवरात्रि-गीत /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कांतिमय यौवन की छाया
कांतिमय यौवन की छाया
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
सब्र का फल
सब्र का फल
Bodhisatva kastooriya
लेखनी
लेखनी
Prakash Chandra
#सच_स्वीकार_करें.....
#सच_स्वीकार_करें.....
*प्रणय प्रभात*
'Love is supreme'
'Love is supreme'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
VINOD CHAUHAN
The Day I Wore My Mother's Saree!
The Day I Wore My Mother's Saree!
R. H. SRIDEVI
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
Paras Nath Jha
3227.*पूर्णिका*
3227.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
Mukesh Kumar Sonkar
माँ...की यादें...।
माँ...की यादें...।
Awadhesh Kumar Singh
मैं ऐसा नही चाहता
मैं ऐसा नही चाहता
Rohit yadav
जिंदगी एक सफ़र अपनी
जिंदगी एक सफ़र अपनी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
लिख दो किताबों पर मां और बापू का नाम याद आए तो पढ़ो सुबह दोप
★ IPS KAMAL THAKUR ★
जल का अपव्यय मत करो
जल का अपव्यय मत करो
Kumud Srivastava
"सुखी हुई पत्ती"
Pushpraj Anant
गर्जन में है क्या धरा ,गर्जन करना व्यर्थ (कुंडलिया)
गर्जन में है क्या धरा ,गर्जन करना व्यर्थ (कुंडलिया)
Ravi Prakash
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
खोल नैन द्वार माँ।
खोल नैन द्वार माँ।
लक्ष्मी सिंह
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
SUDESH KUMAR
हम बच्चे
हम बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेम
प्रेम
Rashmi Sanjay
नियोजित शिक्षक का भविष्य
नियोजित शिक्षक का भविष्य
साहिल
Chalo khud se ye wada karte hai,
Chalo khud se ye wada karte hai,
Sakshi Tripathi
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ms.Ankit Halke jha
Loading...