*** आखिर क्यों ?
जीवन की सन्ध्या बेला में
डूबता सूरज ऐसा लगता है
जैसे मेरा सारा तेज अपने
साथ ले गया हो
जीवन सूना सूना सा
लगने लगता है
अँधेरा फिर और
उदासी बढ़ा जाता है
ऐसा क्यों होता है ?
सूरज क्यों समुद्र में
जा गिरता है ?
आखिर क्यों ?
?मधुप बैरागी