Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

“आक्रात्मकता” का विकृत रूप ही “उन्माद” कहलाता है। समझे श्रीम

“आक्रात्मकता” का विकृत रूप ही “उन्माद” कहलाता है। समझे श्रीमान भद्रपुरुष..?

👍प्रणय प्रभात👍

1 Like · 39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
होली
होली
नवीन जोशी 'नवल'
प्रकट भये दीन दयाला
प्रकट भये दीन दयाला
Bodhisatva kastooriya
👗कैना👗
👗कैना👗
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
Aarti sirsat
नया साल
नया साल
Dr fauzia Naseem shad
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
*प्रणय प्रभात*
मन हर्षित है अनुरागमयी,इठलाए मौसम साथ कई।
मन हर्षित है अनुरागमयी,इठलाए मौसम साथ कई।
पूर्वार्थ
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
Harinarayan Tanha
हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से
हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से
Vedha Singh
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
జయ శ్రీ రామ...
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
सच्ची बकरीद
सच्ची बकरीद
Satish Srijan
मुझ पर इल्जाम लगा सकते हो .... तो लगा लो
मुझ पर इल्जाम लगा सकते हो .... तो लगा लो
हरवंश हृदय
किस्मत भी न जाने क्यों...
किस्मत भी न जाने क्यों...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
Acharya Rama Nand Mandal
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
shabina. Naaz
"In the tranquil embrace of the night,
Manisha Manjari
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
चले न कोई साथ जब,
चले न कोई साथ जब,
sushil sarna
*आओ ढूॅंढें अपने नायक, अपने अमर शहीदों को (हिंदी गजल)*
*आओ ढूॅंढें अपने नायक, अपने अमर शहीदों को (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कितने बड़े हैवान हो तुम
कितने बड़े हैवान हो तुम
मानक लाल मनु
मन मेरा क्यों उदास है.....!
मन मेरा क्यों उदास है.....!
VEDANTA PATEL
(21)
(21) "ऐ सहरा के कैक्टस ! *
Kishore Nigam
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
3119.*पूर्णिका*
3119.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
लाला अमरनाथ
लाला अमरनाथ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...