आओ सजन प्यारे
#दिनांक:-5/5/2024
#शीर्षक:-आओ सजन प्यारे।
आओ सजन प्यारे
राति राति भर राह निहारे-2
सब कुछ अर्पित तुझे सॉंवरे -2
सजनी तेरा राह निहारे
आओ सजन प्यारे —-
प्रेम बिना जीवन है अधूरा
सजन सॉंवरे कर दो पूरा ।
बस बंधन में न बंधना है
प्रेम ही प्रेम हमें करना है
न पड जाए दिल पे छूरा ,
एक दरश जाऊँ बलिहारी ।
आओ सजन प्यारे।1।
जनम-जनम की हूँ मैं प्यासी
वन-वन घूमूॅ घट-घट वासी।
बावरी हूँ मैं तो तेरे लिए साजन,
कैसा तेरा मेरा जग में बंधन।
मुक्त होकर भी हूँ तेरी राशि ,
कौन भरेगा रंग मन पर मारी।
आओ सजन प्यारे।।2।
सब कुछ पाकर खोना पडेगा ,
दुनियादारी में जीना पड़ेगा।
मुकद्दर में कहाँ मुकद्दर होता,
जीते जी भी मरना पडेगा।
मरण भी करता प्रेम लिहाड़ी।
आओ सजन प्यारे।।3।
तन मिट्टी का मन है सोना ,
कृष्ण मुरारी तुझमें खोना ।
मैं बलिहारी जाऊँ हर जन्म ,
क्षणभर जीवन इसी में मै मगन।
चरण कमल तेरा अंसुवन धोना,
ना सताओ अब आज बिहारी।
आओ सजन प्यारे–।4।
(स्वरचित)
प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई