आओ मना लें नया वर्ष हम
गीत: नव वर्ष
आओ मना लें नया वर्ष हम,
फिर से गले से लगा लो सनम।..
ओ जो हैं राहों में पिछड़े हुवे,
अपनों से जो भी हैं बिछड़े हुवे..2
टूटे जो अरमां जो जुट न सके,
होठों पर मुस्कान फुट न सके।
सबको गले से लगाना सनम,
आओ …………………….
फिर से उम्मीदों की ज्योति बनें,
जिससे बने हार वो मोती बने..2
शूलों को पथ से हम बिनते चलें,
सबको दें खुशियाँ सब खिलते चलें।
जिससे न पूजा हो इंसा की कम,
आओ…………………….
मैं हो जाऊं मधुमास सबके लिए,
सावन तू बन जाओ मेरे प्रिये…2
चहुँ ओर महके व दमके चमन,
हरियाली से खुश हो अपना वतन।
दुःख दर्द सबके हर लूं मैं गम,
आओ…….………………
अशोक शर्मा, लक्ष्मीगंज,
कुशीनगर ( उत्तर प्रदेश)