आओ… !दिवाली मनाएँ..
आओ ! हम दिवाली मनाएँ
चेहरे पे निर्मल हँसी सजाएँ
संतोष धन बरसे हम पर
सबके दुःखों का अँधेरा मिटाएँ ।
हम सब सुमंगल झालर बनकर
मिलझुल कर खुशियाँ मनाएँ
गिला शिकवा छोड़ सभी
जीवन अपना सफल बनाएँ
आओ ! हम दिवाली मनाएँ ।
ईर्ष्या और दुःख के पटाखे छोड़ें
दिल से दिल के नाते जोड़ें
घर की चौखट पर दिये जलाकर
और रंगोली से उसे सजाकर
उत्सव का माहौल बनाएँ
आओ ! हम दिवाली मनाएँ ।
(दीपावली के सुअवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाओं के साथ)