आओ चलें करें मतदान
लोकतंत्र का मंदिर रचने
उसमें देव – प्रतिष्ठा करने ।
जिससे हो सबका कल्याण
आओ चलें करें मतदान।।
अपना प्रतिनिधि सेवक चुनने
बहुतों में से योग्य परखने।
देशोन्नति का करके ध्यान
आओ चलें करें मतदान ।।
आज कार्य अवकाशित कर दें
आती नींद तिलांजलि दे दें।
हर कठिनाई का एक निदान
आओ चलें करें मतदान ।।
मतदाता ही राष्ट्र -विधाता
मतकेंद्र स्वयं ही जाता ।
निज कर्तव्यों का ले संज्ञान
आओ चलें करें मतदान ।।
चूक गये यदि इस दिन भाई
मत देना फिर कभी दुहाई ।
‘मत’ तेरा अमूल्य वरदान
आओ चलें करें मतदान ।।
जाति -धर्म से ऊपर उठकर
लोकतंत्र का पर्व समझकर।
मिलकर करें राष्ट्र निर्माण
आओ चलें करें मतदान ।।
प्रजातंत्र का उपवन सीचें
शांति मिलेगी उसके नीचे ।
नित , फूले -फले बढ़े उद्यान
आओ चलें करें मतदान।।
मोती प्रसाद साहू