Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Apr 2020 · 1 min read

आँखों में आब कौन रखे

अपनी आँखों में आब कौन रखे
दर्दो ग़म का हिसाब कौन रखे

उसकी आँखें गज़ब नशीली हैं
पास अपने शराब कौन रखे

ज़िंदगी ने सिखाया है इतना
क्या पढ़ें अब किताब कौन रखे

बहते दरिया में पानी किसका है
अब भला ये जवाब कौन रखे

ख्वाहिशें आसमान छूने की
ऐसा वैसा खिताब कौन रखे

एक काफ़ी अगर ज़माने में
दूसरा आफताब कौन रखे

कुछ हैं पाबंदियाँ ज़माने की
वरना रुख पर नकाब कौन रखे

पाल कर बेसबब से शक दिल में
रिश्ते अपने खराब कौन रखे

सामने हो गुलाब सा चेहरा
जेब में फिर गुलाब कौन रखे

सबका ही इक सवाल है ‘सागर’
गलतियों पर हिजाब कौन रखे

3 Likes · 233 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गलत को गलत क्या बता दिया
गलत को गलत क्या बता दिया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" लिखना "
Dr. Kishan tandon kranti
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*पढ़-लिख तो बेटी गई किंतु, पढ़-लिख कर भी वह हारी है (राधेश्य
*पढ़-लिख तो बेटी गई किंतु, पढ़-लिख कर भी वह हारी है (राधेश्य
Ravi Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मील के पत्थर....
मील के पत्थर....
sushil sarna
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
#हा ! प्राणसखा . . . . . !
#हा ! प्राणसखा . . . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
आस्था का नाम राम
आस्था का नाम राम
Sudhir srivastava
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
Mahendra Narayan
4231.💐 *पूर्णिका* 💐
4231.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
शुक्रिया पेरासिटामोल का...! ❤
शुक्रिया पेरासिटामोल का...! ❤
शिवम "सहज"
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
ईश्वर का धन्यवाद करो
ईश्वर का धन्यवाद करो
Akash Yadav
सब बन्दे हैं राम के
सब बन्दे हैं राम के
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बंदूक से अत्यंत ज़्यादा विचार घातक होते हैं,
बंदूक से अत्यंत ज़्यादा विचार घातक होते हैं,
शेखर सिंह
वैशाख की धूप
वैशाख की धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
न्याय यात्रा
न्याय यात्रा
Bodhisatva kastooriya
प्रेम की ज्योत
प्रेम की ज्योत
Mamta Rani
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi
05/05/2024
05/05/2024
Satyaveer vaishnav
श्री गणेश जी का उदर एवं चार हाथ
श्री गणेश जी का उदर एवं चार हाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"मन" भर मन पर बोझ
Atul "Krishn"
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निंदा वही लोग करते हैं, जिनमें आत्मविश्वास का
निंदा वही लोग करते हैं, जिनमें आत्मविश्वास का
Dr fauzia Naseem shad
Real smile.
Real smile.
Priya princess panwar
*दिल का आदाब ले जाना*
*दिल का आदाब ले जाना*
sudhir kumar
Loading...