Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2023 · 1 min read

‘अ’ अनार से

‘अ’ अनार से
‘अ’ अनार से शुरू होती
हिन्दी की पढ़ाई,
फिर आगे बढ़ते जाते बच्चे
टीचर ने समझाई।
लाल रंग का होता यह
सैकड़ों हैं अन्दर दाने,
बड़े मजे से जो खाये
वो स्वाद का लोहा माने।

13 Likes · 6 Comments · 639 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )
आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Tum ibadat ka mauka to do,
Tum ibadat ka mauka to do,
Sakshi Tripathi
यूँ तो समन्दर में कभी गोते लगाया करते थे हम
यूँ तो समन्दर में कभी गोते लगाया करते थे हम
The_dk_poetry
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
पूर्वार्थ
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
Abhishek Soni
मां - हरवंश हृदय
मां - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
अनमोल वक्त
अनमोल वक्त
ललकार भारद्वाज
..
..
*प्रणय*
दकियानूसी छोड़ मन,
दकियानूसी छोड़ मन,
RAMESH SHARMA
सजदे में सर झुका तो
सजदे में सर झुका तो
shabina. Naaz
जंगल जंगल जाकर हमने
जंगल जंगल जाकर हमने
Akash Agam
*मौका जिस क्षण भी मिले, भर लो विहग उड़ान (कुंडलिया)*
*मौका जिस क्षण भी मिले, भर लो विहग उड़ान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन तो सुख- दुख का संसार है
जीवन तो सुख- दुख का संसार है
goutam shaw
जिन्दगी एक अनकही दास्तान '
जिन्दगी एक अनकही दास्तान '
Karuna Bhalla
THE FLY (LIMERICK)
THE FLY (LIMERICK)
SURYA PRAKASH SHARMA
लड़की होना,क्या कोई कसूर है?
लड़की होना,क्या कोई कसूर है?
Priya princess panwar
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
gurudeenverma198
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
डॉ. दीपक बवेजा
"नया साल में"
Dr. Kishan tandon kranti
जाति,धर्म और अमीर गरीब के भेद को मिटाया ।
जाति,धर्म और अमीर गरीब के भेद को मिटाया ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
6. GREAT MOTHER ( An Acrostic Poem )
6. GREAT MOTHER ( An Acrostic Poem )
Ahtesham Ahmad
शिव ही सत्य
शिव ही सत्य
Rajesh Kumar Kaurav
आज की हकीकत
आज की हकीकत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
किसी न किसी बहाने बस याद आया करती थी,
किसी न किसी बहाने बस याद आया करती थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरा पता
मेरा पता
Jyoti Roshni
तुमने मुझको कुछ ना समझा
तुमने मुझको कुछ ना समझा
Suryakant Dwivedi
कश्ती तो वही है तो क्या दरिया बदल गया
कश्ती तो वही है तो क्या दरिया बदल गया
Kanchan Gupta
Loading...