Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

अहसास

प्रेम सदा ईक गहरा सागर
जितना डूबे आभास बढाए
मुख ना कुछ बोल निकाले
अहसासों की बाढ लगाए

बाहर की सब सुधबुध खो के
भीतर ईक तुफान मचाए
कुछ ना देखे कुछ ना सूझे
मन ही मन बतियाता जाए

डूबकी लगी ज्यों गंगा जल में
सबकुछ पावन होता जाए
पत्थर दिल भी हो जाए निर्मल
शिकवे संग दूरी बनाती जाए

भली लगे सब दुनिया मानुष
दानव भी कुछ डरा ना पाए
रात अमावस भी लागे पूनम
दिल में ऐसी जोत जगाए

सब बेमानी लगे है कारज
एक की याद में सब दिन कट जाए
जीवन जिसको किया समर्पित
वो ही नैय्या पार लगाए

Language: Hindi
3 Likes · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sandeep Pande
View all
You may also like:
2995.*पूर्णिका*
2995.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
" अब मिलने की कोई आस न रही "
Aarti sirsat
अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती।
अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती।
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
बरखा
बरखा
Dr. Seema Varma
*****हॄदय में राम*****
*****हॄदय में राम*****
Kavita Chouhan
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
Phool gufran
💐प्रेम कौतुक-304💐
💐प्रेम कौतुक-304💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अभिव्यक्ति - मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत
अभिव्यक्ति - मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत" - भाग- 01 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
Suryakant Dwivedi
भूख
भूख
RAKESH RAKESH
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मौन शब्द
मौन शब्द
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
Shweta Soni
#OMG
#OMG
*Author प्रणय प्रभात*
आवारा पंछी / लवकुश यादव
आवारा पंछी / लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
Sunil Suman
Wakt ko thahra kar kisi mod par ,
Wakt ko thahra kar kisi mod par ,
Sakshi Tripathi
"तस्वीर"
Dr. Kishan tandon kranti
रेत और जीवन एक समान हैं
रेत और जीवन एक समान हैं
राजेंद्र तिवारी
ये ज़िंदगी.....
ये ज़िंदगी.....
Mamta Rajput
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
Shyam Sundar Subramanian
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*
*"राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति"
Shashi kala vyas
सर्दी में कोहरा गिरता है बरसात में पानी।
सर्दी में कोहरा गिरता है बरसात में पानी।
ख़ान इशरत परवेज़
प्यार ना होते हुए भी प्यार हो ही जाता हैं
प्यार ना होते हुए भी प्यार हो ही जाता हैं
Jitendra Chhonkar
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
Rj Anand Prajapati
Loading...