Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2016 · 1 min read

अहसास न होते तो, सोचा है कि क्या होता

अहसास न होते तो, सोचा है कि क्या होता
ये अश्क़ नहीं होते, कुछ भी न मज़ा होता

तक़रार भला क्यूँकर, सब लोग यहाँ अपने
साजिश में जो फँस जाते, अंजाम बुरा होता

बेख़ौफ़ परिंदों की, परवाज़ जुदा होती
उड़ने का हुनर हो तो, आकाश झुका होता

अख़लाक़ जरूरी है, छोड़ो न इसे लोगो
तहज़ीब बची हो तो, कुछ भी न बुरा होता

मेहमान परिंदे सब, उड़ जाते अचानक ही
रुकता न यहाँ कोई, हर शख़्स जुदा होता

काबा में न काशी में, ढूंढे न खुदा मिलता
गर गौर से देखो तो, सजदों में छुपा होता

मगरूर नहीं हिमकर, पर उसकी अना बाक़ी
वो सर भी झुका देता, गर दिल भी मिला होता

© हिमकर श्याम

5 Comments · 515 Views

You may also like these posts

मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
शब्दों की खेती
शब्दों की खेती
कुमार अविनाश 'केसर'
....बेटों को भी सिखाएं...
....बेटों को भी सिखाएं...
rubichetanshukla 781
वादी ए भोपाल हूं
वादी ए भोपाल हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जाहिलों को शिक्षा, काहिलों को भिक्षा।
जाहिलों को शिक्षा, काहिलों को भिक्षा।
Sanjay ' शून्य'
Ak raat mei  ak raaz  hai
Ak raat mei ak raaz hai
Aisha mohan
💐फागुन होली गीत💐
💐फागुन होली गीत💐
Khaimsingh Saini
" कातिल "
Dr. Kishan tandon kranti
कब मेरे मालिक आएंगे।
कब मेरे मालिक आएंगे।
Kuldeep mishra (KD)
#दिमाग़_का_दही
#दिमाग़_का_दही
*प्रणय*
तुम्हारी याद..!
तुम्हारी याद..!
Priya Maithil
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
Shweta Soni
ज़ौक-ए-हयात में मिला है क्यों विसाल ही,
ज़ौक-ए-हयात में मिला है क्यों विसाल ही,
Kalamkash
*दादू के पत्र*
*दादू के पत्र*
Ravi Prakash
बचा लो तिरंगा
बचा लो तिरंगा
Dr.Pratibha Prakash
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी......!
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी......!
Neelam Sharma
भजन
भजन
Mangu singh
इज्जत कितनी देनी है जब ये लिबास तय करता है
इज्जत कितनी देनी है जब ये लिबास तय करता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
Ranjeet kumar patre
अकेलापन
अकेलापन
Rambali Mishra
बरसाने वाली
बरसाने वाली
Shutisha Rajput
वादा
वादा
goutam shaw
बाबुल
बाबुल
Neeraj Agarwal
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
4867.*पूर्णिका*
4867.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रकृति
प्रकृति
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
Befikr Lafz
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...