Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

असहाय

फुटपाथ बटोही क्या जाने,
मंगल की बेला होती क्या।
सर्दी की ठिठुरन आह भरी,
ममता की मूरत रोती क्या।।
अम्बर वितान के तले सहज,
हर दिन होता है इक जैसा।
सूरज की गर्मी को सहकर,
तप जाता है कुन्दन जैसा।।
मँहगाई में निर्धनता की,
त्यौहारों का मौसम कैसा।
बस दवा कर्ज है भूख सदा,
संगीतों का सरगम कैसा।।
सौगात सुगम मिल जाती है,
बचपन मुख पर मुस्कान देख।
झोपड़पट्टी के जीवन की,
असहाय गरीबी अमिट रेख।।

डा.मीना कौशल
प्रियदर्शिनी

Language: Hindi
207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Meena Kaushal
View all
You may also like:
सोचो
सोचो
Dinesh Kumar Gangwar
मुक्तक... छंद मनमोहन
मुक्तक... छंद मनमोहन
डॉ.सीमा अग्रवाल
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आप आज शासक हैं
आप आज शासक हैं
DrLakshman Jha Parimal
💐प्रेम कौतुक-407💐
💐प्रेम कौतुक-407💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अवावील की तरह
अवावील की तरह
abhishek rajak
🚩माँ, हर बचपन का भगवान
🚩माँ, हर बचपन का भगवान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
अगर आप नकारात्मक हैं
अगर आप नकारात्मक हैं
*Author प्रणय प्रभात*
सब्र की मत छोड़ना पतवार।
सब्र की मत छोड़ना पतवार।
Anil Mishra Prahari
तेरा बना दिया है मुझे
तेरा बना दिया है मुझे
gurudeenverma198
भीम षोडशी
भीम षोडशी
SHAILESH MOHAN
राम की रहमत
राम की रहमत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
व्यक्ति नही व्यक्तित्व अस्ति नही अस्तित्व यशस्वी राज नाथ सिंह जी
व्यक्ति नही व्यक्तित्व अस्ति नही अस्तित्व यशस्वी राज नाथ सिंह जी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"तेरी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*तुष्टीकरण : पाँच दोहे*
*तुष्टीकरण : पाँच दोहे*
Ravi Prakash
*शहर की जिंदगी*
*शहर की जिंदगी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दोस्त न बन सकी
दोस्त न बन सकी
Satish Srijan
राम लला
राम लला
Satyaveer vaishnav
लोकतंत्र
लोकतंत्र
करन ''केसरा''
चाय-दोस्ती - कविता
चाय-दोस्ती - कविता
Kanchan Khanna
मित्र
मित्र
लक्ष्मी सिंह
गुजार दिया जो वक्त
गुजार दिया जो वक्त
Sangeeta Beniwal
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
पूर्वार्थ
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
चाँद  भी  खूबसूरत
चाँद भी खूबसूरत
shabina. Naaz
THE GREY GODDESS!
THE GREY GODDESS!
Dhriti Mishra
Loading...