अष्टमी पूजा
पूजा अर्चना कीजिए अष्टमी पर्व की
आठवाँ नवरात्र नाम माँ गौरी पर्व की
सकल कष्ट पाप सभी नष्ट हो जाते हैं
माँ दर्शन पाकर महामैया गौरी पर्व की
श्वेत वर्ण के सब वस्त्र आभूषण काया
वाहन वृष पर सवार कृपादायिनी की
तप में रत थी जब पार्वती जंगल में
शंकर खोज पार्वती माँ श्वेताम्बरी की
नव हैं नवरातें हैं दसवां होता दशहरा
आठवाँ नवरात्र मैया सुखदायिनी की
हलवा पूरी चना नारियल भोग भोगती
कंजक रूप उत्तम पूजती माँ गौरी की
सिंह और बैल की करती हैं माँ सवारी
जय अंबे जगदम्बे दुर्गा माँ भवानी की
चण्ड प्रचण्ड रौद्र रूप है बहुत भयानक
निषाचर अंत करती माँ मोक्षदायिनी की
पूजा अर्चना कीजिए अष्टमी पर्व की
आठवाँ नवरात्र नाम माँ गौरी पर्व की
सुखविंद्र सिंह मनसीरत