अवैध
अवैध हूँ,
बहिष्कृत, तिरस्कृत,
नाम, उपनाम विहिन
संसार का कर्क रोग हूँ|
अबोध-सा, पर मै अवैध हूँ,
न मैने चुना,
न मैने कहा,
फिर भी मै हूँ,
जो भी मै हूँ,
अनभिज्ञ हूँ, पर मै अवैध हूँ,
पुण्य से वास्ता नहीं,
पर मै किसी का पाप हूँ|
जाने कैसे? सब हैं मुझसे परचित,
और मैं खुद से अपरचित
बस इतना पता है,
कि मैं अवैध हूँ,
हकों वाली किताब में ,
वैधता के नियम होंगे
मुझ नवजात का कोई वैधानिक पत्र बनवा दे,
ताकी, मैं कह सकूँ ,
अब न मै अवैध हूँ|
न मैं अवैध हूँ|