अवसाद
तैयारी आख़िर पूर्ण हुई
उम्मीद की अंतिम किरण भी विलुप्त हुई
उदास अंधेरा , उड़ा ले गया
मेरी दूनियाँ , अपने आग़ोश में
और मेरी पराजय , हार हुई
बातों और मुलाक़ातों के जाल
ख़ुशियों से वीराने दालान
ग़मों के स्वछंद आते तूफ़ान
रिश्तों डोर चटकी , कमजोर पड़ी
और मेरी पराजय , हार हुई
क्रोध के आवेग में
विफलता के विध्वंस में
कितनी देर टिक पाएगी
आख़िरी आस भी ढह जाएगी
और मेरी पराजय , हार हुई
तैयारी आख़िर पूर्ण हुई