Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2022 · 1 min read

अवला

में एक दुख भरी दुख दुहिता हूं
कष्टो में जीवन बीता हूं। ।
हर बात हर कथन हमारा
गुजरता जीवन दुख में सारा।।
में एक सीधी साधी हूं
पर सबके मन में एक नारी हूं। ।
पग पग पथ पे मेरा चले
पर पथ पर कदम न हिले।।
हर कष्ट मै शिथिल रहूॅ
पर किसी पर पग न धरू।।
जग में एक ऐसा नाता है
मानो कष्टो को हममे ही बाटा है।।
हर क्षण मेरा कल में डूबा
पायूगी कभी न इसको झुठला। ।
भेजा क्या ईश्वर आपने मुझको
यहाॅ के कष्टो को समेटने।।
हर क्षण में दुख पाऊ
सुख का अनुभव न कर पाऊ।।
पर अपना कष्ट हमें न भारी
दुख सुख में ही दुनिया सारी।।
पर सकोंच हमें न भारी
परहित में मेरी जीवन डोरे सारी।।
पर हर पग पर नारा
परहित में ही जीवन सारा।।
धन्य धन्य करू हे ईश तुम्हारा
कष्ट लिया सौभाग्य हमारा।।
धन्य धन्य हे ईश तुम्हारा।

Language: Hindi
278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
विमला महरिया मौज
कुंडलिनी छंद ( विश्व पुस्तक दिवस)
कुंडलिनी छंद ( विश्व पुस्तक दिवस)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बगुलों को भी मिल रहा,
बगुलों को भी मिल रहा,
sushil sarna
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
3099.*पूर्णिका*
3099.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
* शक्ति आराधना *
* शक्ति आराधना *
surenderpal vaidya
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
Shreedhar
संवेदना ही सौन्दर्य है
संवेदना ही सौन्दर्य है
Ritu Asooja
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
क्या है उसके संवादों का सार?
क्या है उसके संवादों का सार?
Manisha Manjari
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
Anil Mishra Prahari
एक पराई नार को 💃🏻
एक पराई नार को 💃🏻
Yash mehra
श्री राम अर्चन महायज्ञ
श्री राम अर्चन महायज्ञ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में
आर.एस. 'प्रीतम'
रिश्तो से जितना उलझोगे
रिश्तो से जितना उलझोगे
Harminder Kaur
" सब किमे बदलग्या "
Dr Meenu Poonia
न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत(हिंदी गजल/ गीतिका)
न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत(हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
हाँ मैं व्यस्त हूँ
हाँ मैं व्यस्त हूँ
Dinesh Gupta
चमकते चेहरों की मुस्कान में....,
चमकते चेहरों की मुस्कान में....,
कवि दीपक बवेजा
फिर हो गया सबेरा,सारी रात खत्म,
फिर हो गया सबेरा,सारी रात खत्म,
Vishal babu (vishu)
💐प्रेम कौतुक-534💐
💐प्रेम कौतुक-534💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
पूर्वार्थ
पिया-मिलन
पिया-मिलन
Kanchan Khanna
****शिरोमणि****
****शिरोमणि****
प्रेमदास वसु सुरेखा
What if...
What if...
Sridevi Sridhar
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
Subhash Singhai
दुआएं
दुआएं
Santosh Shrivastava
Loading...