“अल्मोड़ा शहर”
“शहर तो बदल गया पर यादें नहीं बदली”
जब-जब अपने शहर को यहाँ से देखता हूँ,
इन भरी इमातारों के बीच अपने बेफ़िक्र बचपन को ढूढ़ता हूँ।
यहाँ से नज़र आती है कुछ वो पुरानी यादें, कुछ दोस्त, स्कूल बस और बस की खिड़की में बैठी तुम।❤️
“लोहित टम्टा”