**अरे करने दो तुम हमको प्यार**
बही बही यह कैसी बयार ।
हो गया मुझे जिससे प्यार।।
मैं तैयार वह तैयार ।
जमाना करता क्यों तकरार।।
अरे करने दो तुम हमको प्यार।
चले प्यार से यह संसार।।
महक उठी है दिल की बगिया।
इसकी भीनी भीनी खुशबू से।।
बजने लगा मेरे दिल का तार।
अरे करने दो तुम हमको प्यार।।
तेरे लिए ही बनी हूं मैं तो।
तू ही मेरा खेवनहार है।
कहती वह मुझसे बारंबार।
अरे करने दो तुम हमको प्यार।।
जमाने कर ले तू स्वीकार।
न कर हमसे यूं तकरार।
मानेंगे जीवन भर तेरा।
अनुनय बहुत-बहुत आभार।।
अरे करने दो तुम हमको प्यार।।
राजेश व्यास अनुनय