अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए…!
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए…!
कुछ हमको भी रख सामने, अपनी इल्तिज़ा बयां करो..!!!!
और एक वो है जो हमें देखते है,पर कुछ कहते या लिखते नहीं…!!!!!
अरसा हो गया हमको किसी से कहे हुए…!
कुछ हमको भी रख सामने, अपनी इल्तिज़ा बयां करो..!!!!
और एक वो है जो हमें देखते है,पर कुछ कहते या लिखते नहीं…!!!!!