अरमान
खुशियां कम अरमान बहुत हैं!
हर इंसाँ हैरान बहुत हैं!
देखा जो था रेत का घर!
दूर से उसकी शान बहुत हैं!
सच का न कोई सानी था!
आज तो झूठ की आन बहुत हैं!
मुश्किल से मिलते हैं इंसाँ!
कहने को इन्सान बहुत हैं!
शौक से चलिये राहें-वफा में!
लेकिन वहाँ तूफान बहुत है!
वक्त पे न पहचाने कोई!
वैसे तो पहचान बहुत हैं!
✒ Anoop S.
#Theincomparable #Theuniques #LafzDilse