Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2021 · 1 min read

अम्मा

स्वेटर में भाव समाहित कर
रिश्ते बुनना जाने थीं तब
ईंटे चुनकर अपना एक घर
अम्मा गढ़ना जाने थीं तब

अपने रुनझुन से ऑंगन में
किलकारी भरते बचपन में
मनमोहक नन्हें क़दमों संग
अम्मा सजना जाने थीं तब

अपने हाथों की गर्मी से
सपनों की छिपती नर्मी से
एहसासों से अनुभव चुनकर
अम्मा बॅंटना जाने थीं तब

अक्सर टकराहट होती थी
टेढ़ी-मेढ़ी सी रोटी की
मीठी झिड़की दे सबका मन
अम्मा भरना जाने थीं तब

चेहरे रंग बदलते से थे
उखड़े-बिलखे जब लगते थे
चुप्पी के हर एक भाव को
अम्मा पढ़ना जाने थीं तब

निर्धन की आकुल क्षुधा मिटा
निर्दोष क्लेश को परे हटा
पलकों पर उज्जवल समय सजा
अम्मा बसना जाने थीं तब

हालातों से ना हारी थीं
अपनों पर जीवन वारी थीं
अपने कुटुम्ब की अल्पें ले
अम्मा मिटना जाने थीं तब

स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 229 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फलक  पे   देखो  रौशनी  है
फलक पे देखो रौशनी है
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
जिंदगी का हिसाब क्या होगा।
जिंदगी का हिसाब क्या होगा।
सत्य कुमार प्रेमी
कातिल है अंधेरा
कातिल है अंधेरा
Kshma Urmila
हे बुद्ध
हे बुद्ध
Dr.Pratibha Prakash
"रंग भले ही स्याह हो" मेरी पंक्तियों का - अपने रंग तो तुम घोलते हो जब पढ़ते हो
Atul "Krishn"
माँ
माँ
Shyam Sundar Subramanian
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
कितने ही वादे करें,
कितने ही वादे करें,
sushil sarna
#गणतंत्र_का_अमृत_वर्ष
#गणतंत्र_का_अमृत_वर्ष
*प्रणय*
नवरात्रि गीत
नवरात्रि गीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
3051.*पूर्णिका*
3051.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बस हौसला करके चलना
बस हौसला करके चलना
SATPAL CHAUHAN
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
एक पीर उठी थी मन में, फिर भी मैं चीख ना पाया ।
आचार्य वृन्दान्त
प्रेम अटूट है
प्रेम अटूट है
Dr. Kishan tandon kranti
नवम्बर की सर्दी
नवम्बर की सर्दी
Dr fauzia Naseem shad
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उदास धड़कन
उदास धड़कन
singh kunwar sarvendra vikram
Dear myself,
Dear myself,
पूर्वार्थ
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
अरविंद भारद्वाज
शिगाफ़ तो भरे नहीं, लिहाफ़ चढ़  गया मगर
शिगाफ़ तो भरे नहीं, लिहाफ़ चढ़ गया मगर
Shweta Soni
घर एक मंदिर🌷
घर एक मंदिर🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
क्युँ हरबार ये होता है ,
क्युँ हरबार ये होता है ,
Manisha Wandhare
भूलने दें
भूलने दें
Dr.sima
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
ओसमणी साहू 'ओश'
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
भगवत गीता जयंती
भगवत गीता जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...