Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2022 · 1 min read

अम्बर भी नीला है

अम्बर भी नीला है
समंदर भी नीला है
किस -किस पर विश्वास करूं
हर एक शख्स का वजूद ही रंगीला है

Language: Hindi
133 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कर्जा
कर्जा
RAKESH RAKESH
दर्पण दिखाना नहीं है
दर्पण दिखाना नहीं है
surenderpal vaidya
माँ
माँ
नन्दलाल सुथार "राही"
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
काल के काल से - रक्षक हों महाकाल
काल के काल से - रक्षक हों महाकाल
Atul "Krishn"
माँ
माँ
Harminder Kaur
देश प्रेम
देश प्रेम
Dr Parveen Thakur
दोस्ती के नाम
दोस्ती के नाम
Dr. Rajeev Jain
गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है ,
गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है ,
गुप्तरत्न
यह हिन्दुस्तान हमारा है
यह हिन्दुस्तान हमारा है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
राजा अगर मूर्ख हो तो पैसे वाले उसे तवायफ की तरह नचाते है❗
राजा अगर मूर्ख हो तो पैसे वाले उसे तवायफ की तरह नचाते है❗
शेखर सिंह
राम से बड़ा राम का नाम
राम से बड़ा राम का नाम
Anil chobisa
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आओ बुद्ध की ओर चलें
आओ बुद्ध की ओर चलें
Shekhar Chandra Mitra
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
मंजिल की अब दूरी नही
मंजिल की अब दूरी नही
देवराज यादव
चन्द्रयान उड़ा गगन में,
चन्द्रयान उड़ा गगन में,
Satish Srijan
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
स्त्री का सम्मान ही पुरुष की मर्दानगी है और
Ranjeet kumar patre
शादी की वर्षगांठ
शादी की वर्षगांठ
R D Jangra
■ होशियार भून रहे हैं। बावले भुनभुना रहे हैं।😊
■ होशियार भून रहे हैं। बावले भुनभुना रहे हैं।😊
*प्रणय प्रभात*
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
Shashi Dhar Kumar
राम मंदिर
राम मंदिर
Sanjay ' शून्य'
अहंकार
अहंकार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
"कैंसर की वैक्सीन"
Dr. Kishan tandon kranti
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Sakshi Tripathi
Loading...