अमीरी के ख़्वाब
आजकल लगभग हर आदमी की प्राथमिकता पैसा कमाना है और इसके लिए वो इस बात की परवाह नहीं करता कि यह पैसा ईमानदारी का है या बेईमानी का। चोरी का है या लूट का। अपना है या पराये का। जिसे देखो वो जल्द से जल्द अमीर हो जाना चाहता है। कुछ लोग तो ऐसे हैं जो बिना मेहनत के ही बहुत अमीर होने के ख़्वाब देखते हैं। मैंने खुद की अब तक की छोटी सी ज़िंदगी में यह तजुर्बा किया है कि अमीर होने या कामयाब होने का कोई शॉर्ट कट या आसान रास्ता नही होता । अगर कोई इंसान ऐसा रास्ता बताता है तो मेरा मानना है कि वो रास्ता ग़लत होगा या यूँ कहें कि बेईमानी का होगा । कुछ लोग जल्दी अमीर होने के चक्कर में पहले से ज़्यादा गरीब हो जाते हैं। आजकल हम लोग आए दिन साइबर ठगी और बैंकिंग के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं । इनमें ज़्यादातर लोग या तो अशिक्षित होते हैं या लालची होते हैं
साइबर ठग जब कोई कॉल या मेसेज करते हैं तो उसमें कुछ न कुछ लालच ज़रूर देते हैं ताकि इंसान उनके झाँसे में आ जाए और ऐसे झाँसों में वही लोग जल्दी फँस जाते हैं जिन्हें अमीर होने की इतनी जल्दी है कि उस जल्द बाज़ी में वो सही ग़लत सच और झूठ और ईमानदारी और बेईमानी का फ़र्क़ भूल जाते हैं वो यह भूल जाते हैं भला कोई हमें बेवजह बिना मेहनत के धन क्यूँ देगा। हमें याद रखना चाहिए गड़ा हुआ धन और पड़ा हुआ धन किसी को नही मिलता अगर मिलता है तो सिर्फ़ किस्से कहानियों में और अगर हक़ीक़त में किसी एक को मिल भी जाता है तो उस पर भी हमारा अधिकार नही होता वो भी हमारे लिए नाजायज़ होता है । अमीर होने का ख़्वाब देखना कोई बुरी बात नहीं है बेशक अमीर होने के ख़्वाब देखने चाहिए लेकिन उसके लिए हम जो रास्ता चुनते है उस पर गौर करने की ज़रूरत है सोचने की ज़रूरत है मेहनत लगन और ईमानदारी की ज़रूरत है ।