अमां खां औकात में रहना समझा रिया हूं
मियां राफेल आ गया है, सामने वाले के कलेजे पर सांप लोट रिया है
अपन ने तो पेलेई समझा दिया है, अमा खां क्यों पंगा ले रिया है
इमरान ओर जिंपिंग दोनों को कह दिया है,
मियां बिला वजह क्यों हरकतें कर रिये हो?
जबरन को क्यों उलझ रिये हो?
अमा खां समझ नई रिये हो?
कहीं बड़े मियां मतलब मोदी जी का दिमाग खराब हो गिया न, मियां छुपने जगह नहीं मिलेगी
फिर कोई सूरमा तुम्हें नहीं बचा पाएगा
नया पुराना सारा हिसाब चुकता हो जाएगा
और वो इमरान से तो कह दिया है, मियां क्रिकेट खेलो तुम्हारे बस की बात नहीं है पाकिस्तान
कितनी बार खा खा कर गए हो? अमा खां शर्म करो पिट-पिट कर आ जाते हो, आदमी हो या पजामे?
क्या भूल गए मिंया, एक लाख फौज तुम्हारी
हाथ ऊपर किए खड़ी थी, मिंया कैंसी पड़ी थी
ओर वो जिंगपिंग क्या नाम हे उसका ?
उसको भी समझा दिया है, जादे चांऊ मांऊ मत किया कर, औकात में रिया कर
पजामें रहना समझा रिया हूं
कसम से बाद में फिर मत कहना
अबकी ऐसी पड़ेगी,
आने वाली 7 पीढ़ियों को सूझ नई पड़ेगी
अरे मिंया जब देखो जब,टर्र टर्र चांऊ माऊं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी