अमर शहीदों के घर की दीपावली
अमर शहीदों के घर की दीपावली
देशभक्ति का दीपक जिन वीरों ने ना बुझने दिया ,
उनके घरों में अश्रु दीप जल रहे हैं ।
माँ गर्व करती है अपने शहीद बेटे पर ,
लेकिन नयना तो उसकी याद में मचल रहे हैं ।।
दुख का त्योहार मानकर उस घर की दीवारें मना रहीं दीवाली ,
जिस घर के दीप ने सारे वतन को रोशन कर दिया ।
पापा जब आएँगे तो मिठाई और खिलौने लाएँगे
ये सोचकर उस घर के बच्चे मना रहे दीवाली ,
जिस घर के दीप ने वतन पर जीवन न्यौछावर
कर दिया ।।
– नवीन कुमार जैन