*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)
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अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो
हृदयों में भारत माता का, आलौकिक श्रंगार हो
1)
याद रखें हम उन्हें सदा जो, आजादी को लाए
कष्ट सहे काले पानी के, हॅंस-हॅंस शीश चढ़ाए
वीरों के तप और त्याग का, मन में नित आभार हो
2)
वर्ष सहस्त्रों बीते जब हम, दुनिया में सिरमौर थे
सोने की चिड़िया कहलाते, चमक रहे कुछ और थे
ऋषियों के विज्ञान-ज्ञान का, दिन-दूना विस्तार हो
3)
स्वाभिमान से सीना ताने, हम आगे बढ़ते हैं
कठिन लक्ष्य की ऊॅंचाई पर, हम सहर्ष चढ़ते हैं
चलते रहने के गुण से ही, अभिसिंचित व्यवहार हो
4)
समता-ममता के भावों से, आपूरित हर कर्म हो
संविधान हो पूज्य हमारा, देशप्रेम ही धर्म हो
जन्मे हैं हम भारत-भू पर, इसका गर्व अपार हो
अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451