Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

“अमरूद की महिमा…”

स्रोत, विटामिन सी का अप्रतिम,
लौह तत्व भरपूर।
ख़ून बनाए, जोश बढ़ाए,
अपच, क़ब्ज़, काफ़ूर।।

भून, काट कर, नमक बुरक कर,
खाना भी मशहूर।
दूर भगाए, खाँसी-सर्दी,
पर ना तनिक ग़ुरूर।।

कान्ति त्वचा की बढ़ती जाए,
रुख़ से टपके नूर।
दादी भी इतरातीँ अब तो,
ज्यों जन्नत की हूर।।

इम्यूनिटी बढ़ जाए सभी की,
राजा या मजदूर।
उर उल्लास, उमँग,
नचाते,मन मदमस्त मयूर।।

नित्य निरन्तर, नयी ताज़गी,
तनिक न मन मजबूर।
बाबा खा कर दौड़ लगाते,
अब दिल्ली नहिँ दूर।।

ईश जगाते “आशा”
अद्भुत, क़ुदरत की करतूत।
वही जवानी, वापस लाने,
आया है अमरूद..!

##————##————##

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 144 Views
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all

You may also like these posts

तुम्हें मुझको रिझाना चाहिये था
तुम्हें मुझको रिझाना चाहिये था
अर्चना मुकेश मेहता
पहले तुम लिखो तो सही .
पहले तुम लिखो तो सही .
पूर्वार्थ
बुराई से दामन
बुराई से दामन
अरशद रसूल बदायूंनी
गोवर्धन
गोवर्धन
Dr Archana Gupta
कुहुक कुहुक
कुहुक कुहुक
Akash Agam
जो कायर अपनी गली में दुम हिलाने को राज़ी नहीं, वो खुले मैदान
जो कायर अपनी गली में दुम हिलाने को राज़ी नहीं, वो खुले मैदान
*प्रणय*
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
राममय दोहे
राममय दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उसे खो देने का डर रोज डराता था,
उसे खो देने का डर रोज डराता था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
ऐ ज़िन्दगी!
ऐ ज़िन्दगी!
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
Taj Mohammad
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
Atul "Krishn"
" चुनौतियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमार
चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमार
Rituraj shivem verma
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मत्तगयन्द सवैया
मत्तगयन्द सवैया
लक्ष्मी सिंह
पेड़ लगाओ
पेड़ लगाओ
Anop Bhambu
जीवन की धूल ..
जीवन की धूल ..
Shubham Pandey (S P)
Xhazal
Xhazal
shahab uddin shah kannauji
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
Neelam Sharma
🩸🔅🔅बिंदी🔅🔅🩸
🩸🔅🔅बिंदी🔅🔅🩸
Dr. Vaishali Verma
पांव में मेंहदी लगी है
पांव में मेंहदी लगी है
Surinder blackpen
2832. *पूर्णिका*
2832. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पेट लव्हर
पेट लव्हर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*राजकली देवी शैक्षिक पुस्तकालय*
*राजकली देवी शैक्षिक पुस्तकालय*
Ravi Prakash
मत्त सवैया
मत्त सवैया
Rambali Mishra
जीता हूं मैं अब तो बस तुम्ही को देखकर।
जीता हूं मैं अब तो बस तुम्ही को देखकर।
Rj Anand Prajapati
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Loading...