Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

अमन राष्ट्र

गुजरता साल देखकर
दिल कह रहा है !
क्यों हर घड़ी
लहू बह रहा है !!
इस बरस भी खून-खराबा
अपहरण, आगजनी !
बम-विस्फोट, बलात्कार
बरसों से ये बात चली !!
आखिर कब तलक
वह साल आएगा ?
जब भारत
“अमन-ऱाष्ट्र” कहलाएगा !!

✍️_ राजेश बन्छोर “राज”
हथखोज (भिलाई), छत्तीसगढ़, 490024

Language: Hindi
1 Like · 155 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजेश बन्छोर
View all
You may also like:
जिस दिन कविता से लोगों के,
जिस दिन कविता से लोगों के,
जगदीश शर्मा सहज
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
Phool gufran
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
पूर्वार्थ
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Vandna Thakur
महाकाल महिमा
महाकाल महिमा
Neeraj Mishra " नीर "
समझौता
समझौता
Sangeeta Beniwal
"लबालब समन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे लिए
मेरे लिए
Shweta Soni
एक ही आसरौ मां
एक ही आसरौ मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
Shreedhar
बहुत अरमान लिए अब तलक मैं बस यूँ ही जिया
बहुत अरमान लिए अब तलक मैं बस यूँ ही जिया
VINOD CHAUHAN
ऊँ गं गणपतये नमः
ऊँ गं गणपतये नमः
Neeraj Agarwal
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
कवि दीपक बवेजा
पहली दस्तक
पहली दस्तक
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
Dr Mukesh 'Aseemit'
निर्मोही हो तुम
निर्मोही हो तुम
A🇨🇭maanush
3658.💐 *पूर्णिका* 💐
3658.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
स्क्रीनशॉट बटन
स्क्रीनशॉट बटन
Karuna Goswami
"जीवन का गूढ़ रहस्य"
Ajit Kumar "Karn"
*जीवन उसका ही धन्य कहो, जो गीत देश के गाता है (राधेश्यामी छं
*जीवन उसका ही धन्य कहो, जो गीत देश के गाता है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
Anand Kumar
नदी तट पर मैं आवारा....!
नदी तट पर मैं आवारा....!
VEDANTA PATEL
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
Ravikesh Jha
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
लोगो का व्यवहार
लोगो का व्यवहार
Ranjeet kumar patre
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
दरबारियों!
दरबारियों!
*प्रणय*
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
Otteri Selvakumar
Loading...