अभिषेक
सोरठा छंद
राम लिया अवतार,चैत्र माह शुक्ल नवमी ।
हिन्द देश त्योहार,राम नाम जप साधना।।
फर्क दिखा इस बार,राम बैठे अबध पुरी।
वर्ष पाँच सौ पार,प्रभु राम संयोग रचा।।
सूर्य किया अभिषेक ,किरण पुंज माथे पड़ी ।
भाल तिलक प्रभु एक,तिलक रूप है रोशनी।।
देखा पहली बार,अजब खेल विज्ञान का।
राम भक्त परिवार ,जन्म सफल दर्शन मिला।।
अबध राज्य अभिषेक,दीप पर्व शुभकामना।
अबध सजावट नेक,उत्साहित हिंद जनता ।।
सिया राम जयकार,गूँज उठी है हर गली।
मेला ज्यों त्योहार,द्वार दीप माला सजी।।
नाच रहे नर नार,बजा बजा कर तालियां।
वाद्य यंत्र अनुसार,थिरक रही पग नारियां ।।
शोभा कही न जात,खुश होती सारी प्रजा ।
राम नाम गुण गात,दर्शन हित जुटी जनता ।।
राजेश कौरव सुमित्र