Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2021 · 1 min read

अभिव्यक्ति

जो शब्द मैंने
सीखे
भाषाओं से
उसी में करता हूँ
भावों की
अभिव्यक्ति।
बड़ी है अभिव्यक्ति
भाषा नहीं।
संकेतों से व्यक्त करनेवाला मैं
अपनी प्यास तो कर दिया है
जाहिर।
बुझाओगे या भाषा की करोगे
प्रतीक्षा?
नकारात्मकता के लिए
अपनी सभ्यता की जाति और
धर्म बताते जाना।
उम्मीद लगाये
बैठा हूँ।
————————–

Language: Hindi
147 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
جستجو ءے عیش
جستجو ءے عیش
Ahtesham Ahmad
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
ये प्यार की है बातें, सुनलों जरा सुनाउँ !
DrLakshman Jha Parimal
मन कहता है
मन कहता है
Seema gupta,Alwar
वो तो है ही यहूद
वो तो है ही यहूद
shabina. Naaz
#शीर्षक:- इजाजत नहीं
#शीर्षक:- इजाजत नहीं
Pratibha Pandey
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
gurudeenverma198
कभी तो तुम्हे मेरी याद आयेगी
कभी तो तुम्हे मेरी याद आयेगी
Ram Krishan Rastogi
*आदत*
*आदत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Lines of day
Lines of day
Sampada
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
करो पढ़ाई
करो पढ़ाई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
गले लगाना पड़ता है
गले लगाना पड़ता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जब आपका ध्यान अपने लक्ष्य से हट जाता है,तब नहीं चाहते हुए भी
जब आपका ध्यान अपने लक्ष्य से हट जाता है,तब नहीं चाहते हुए भी
Paras Nath Jha
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"अजीब फलसफा"
Dr. Kishan tandon kranti
चलो...
चलो...
Srishty Bansal
जमाने में
जमाने में
manjula chauhan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
■ आज का विचार
■ आज का विचार
*प्रणय प्रभात*
नयी नवेली
नयी नवेली
Ritu Asooja
गलत विचार और गलत काम पर कितने भी दिग्गज लोग काम करें असफल ही
गलत विचार और गलत काम पर कितने भी दिग्गज लोग काम करें असफल ही
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अब देर मत करो
अब देर मत करो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दशमेश पिता, गोविंद गुरु
दशमेश पिता, गोविंद गुरु
Satish Srijan
ऋतु परिवर्तन
ऋतु परिवर्तन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
पूर्वार्थ
3246.*पूर्णिका*
3246.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
थैला (लघु कथा)
थैला (लघु कथा)
Ravi Prakash
होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल
होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल
Bodhisatva kastooriya
Loading...