Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2022 · 1 min read

अब वे दूर हो गए ___ ग़ज़ल/गीतिका

न जाने कब कैसे क्यों वे मजबूर हो गए।
कहते थे दोस्त कभी हमे अब वे दूर हो गए।।
समझ नहीं पाए वक्त ने कैसे बदली चाल
नए _ नए सिस्टम आज जरूर हो गए।।
हमारी ही गलियों में खेलें कूदे थे हम साथ साथ
अभी देखते हैं उन्हें_ वे ही हमारे हुजूर हो गए।।
कितनी जल्दी बदल देती है दौलत लोगों की फितरत।
कल के गरीब आज अमीरी में मगरूर हो गए।।
लोक लाज मर्यादा की बातें किताबों में धरी रह गई।
अनेतिकता के अध्याय आजकल मशहूर हो गए।।
राजेश व्यास अनुनय

2 Likes · 2 Comments · 170 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
Pramila sultan
जी20
जी20
लक्ष्मी सिंह
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
कवि दीपक बवेजा
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
Rj Anand Prajapati
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
2936.*पूर्णिका*
2936.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
ख़ान इशरत परवेज़
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
शब्द : एक
शब्द : एक
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
🙅पहचान🙅
🙅पहचान🙅
*प्रणय प्रभात*
🌺फूल की संवेदना🌻
🌺फूल की संवेदना🌻
Dr. Vaishali Verma
अकाल काल नहीं करेगा भक्षण!
अकाल काल नहीं करेगा भक्षण!
Neelam Sharma
भ्रम अच्छा है
भ्रम अच्छा है
Vandna Thakur
*तुम न आये*
*तुम न आये*
Kavita Chouhan
कन्या पूजन
कन्या पूजन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ
बारिश के लिए तरस रहे
बारिश के लिए तरस रहे
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
लोगों के दिलों में बसना चाहते हैं
लोगों के दिलों में बसना चाहते हैं
Harminder Kaur
गर्म स्वेटर
गर्म स्वेटर
Awadhesh Singh
राम आएंगे
राम आएंगे
Neeraj Agarwal
अब न करेगे इश्क और न करेगे किसी की ग़ुलामी,
अब न करेगे इश्क और न करेगे किसी की ग़ुलामी,
Vishal babu (vishu)
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
बुश का बुर्का
बुश का बुर्का
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
माँ तेरे आँचल तले...
माँ तेरे आँचल तले...
डॉ.सीमा अग्रवाल
"वक्त के पाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
लंका दहन
लंका दहन
Paras Nath Jha
Loading...