Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

अब कुछ साधारण हो जाए

अब कुछ साधारण हो जाए ।
कुछ अच्छा और कुछ ऊँचा
करने की उम्मीद ले
हम अपनों को छोड़ आए ।
आज छोटी-छोटी बातों के लिए
हमारा मन तरसाए ॥
अब कुछ साधारण हो जाए ।

आज छोटी-छोटी बातों के लिए
हमारा मन तरसाए ॥
जमीन से उखड़ने का दर्द
एक उखड़ा हुआ पेड़ ही जाने
जब किसी का मन दरचकता है
तो उसका दर्द मन ही जाने॥
अब कुछ साधारण हो जाए ।

ए सी की ठंडी हवाओं ने
सावन की भीगी हवाओं को विसराए।
बड़ी- बड़ी खुशियों की आहट में
हम छोटी- छोटी खुशियाँ भूल गए
चलो! उन छोटी – छोटी खुशियों को ढूँढा जाए॥
अब कुछ साधारण हो जाए ।

मीरा ठाकुर
आबूधाबी, यू. ए. ई.

Language: Hindi
12 Likes · 4 Comments · 89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Meera Thakur
View all

You may also like these posts

असर हुआ इसरार का,
असर हुआ इसरार का,
sushil sarna
मर जाओगे आज
मर जाओगे आज
RAMESH SHARMA
■
■ "अ" से "ज्ञ" के बीच सिमटी है दुनिया की प्रत्येक भाषा। 😊
*प्रणय*
अधीर होते हो
अधीर होते हो
surenderpal vaidya
ग्वालियर, ग्वालियर, तू कला का शहर,तेरी भव्यता का कोई सानी नह
ग्वालियर, ग्वालियर, तू कला का शहर,तेरी भव्यता का कोई सानी नह
पूर्वार्थ
अभी गनीमत है
अभी गनीमत है
शेखर सिंह
2890.*पूर्णिका*
2890.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मां है अमर कहानी
मां है अमर कहानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
manorath maharaj
रामजी हमारा एहसान मानते हैं
रामजी हमारा एहसान मानते हैं
Sudhir srivastava
देवघर मरघट में
देवघर मरघट में
श्रीहर्ष आचार्य
मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना
मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना
Shekhar Chandra Mitra
जब प्रेम की अनुभूति होने लगे तब आप समझ जाना की आप सफलता के त
जब प्रेम की अनुभूति होने लगे तब आप समझ जाना की आप सफलता के त
Ravikesh Jha
तुझ से मोहब्बत से जरा पहले
तुझ से मोहब्बत से जरा पहले
इशरत हिदायत ख़ान
हाड़ी रानी
हाड़ी रानी
indu parashar
घनाक्षरी
घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
जोधाणौ
जोधाणौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Being liked and loved is a privilege,
Being liked and loved is a privilege,
Chitra Bisht
तेवरी में नपुंसक आक्रोश +बी.एल. प्रवीण
तेवरी में नपुंसक आक्रोश +बी.एल. प्रवीण
कवि रमेशराज
' क्या गीत पुराने गा सकती हूँ?'
' क्या गीत पुराने गा सकती हूँ?'
सुरेखा कादियान 'सृजना'
शून्य का अन्त हीन सफ़र
शून्य का अन्त हीन सफ़र
Namita Gupta
भगवान
भगवान
Adha Deshwal
*सखी री, राखी कौ दिन आयौ!*
*सखी री, राखी कौ दिन आयौ!*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"इंसान बनना है"
Dr. Kishan tandon kranti
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Naushaba Suriya
गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें
गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें
Dr. Sunita Singh
मैं मगर अपनी जिंदगी को, ऐसे जीता रहा
मैं मगर अपनी जिंदगी को, ऐसे जीता रहा
gurudeenverma198
****उज्जवल रवि****
****उज्जवल रवि****
Kavita Chouhan
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Loading...