– अपनो के लिए जीना जीवन दुश्वार कर गया –
– अपनो के लिए जीना जीवन दुश्वार कर गया –
इस जहां में कुछ करना दुश्वार कर गया,
अपनो के लिए जीना जीवन दुश्वार कर गया,
होना था अपनो के लिए अच्छा,
पर अपनो के लिए अच्छा करते – करते बुरा कर गया,
अपनो के अपनत्व से इस आधुनिकता ने जुदा कर दिया,
लग रही थी होड़ वचस्व की अपनो मे,
अपनो की यह होड़ मेरे अरमानों को तबाह कर गई,
होना चाहता था में कहा हु में आज कहा,
अब में भावी जीवन में उसी शिखर को पा जाऊंगा,
मुझको जहा होना है वही का होकर रह जाऊंगा,
इस जहां में कुछ करना जीवन दुश्वार कर गया,
अपनो के लिए जीना दुश्वार कर गया,
भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184