अपने स्वास्थ्य की रक्षा!
मानव खुद अपने स्वास्थ्य की रक्षा स्वयं कर सकता है।पर! उसे अपने जीवन में ,खाने पीने का नियम बनाना होगा। आज कल मनुष्य का जीवन जीने को लेकर कोई नियम नहीं बनाता है।वह बिना किसी उद्देश्य को लेकर ही जीता रहता है। आज हर इंसान अस्वास्थ्य जैसा लगता है।वह अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है। जिससे आज हर अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि , इंसान अपने स्वास्थ्य की रक्षा स्वयं नही कर रहा है। उसने अपने जीवन में इतना भी नहीं सीखा है, कि वह स्वास्थ्य कैसे रहें? इससे यह सिद्ध होता है कि!हम केवल बोलते बहुत हैं, और जानते कुछ नहीं है?यह थोड़ा सा कटु वचन हो सकता है।पर मैं आपको अपने हित की बात बता रहा हूं। समस्त मानव समाज इस बात को लेकर गंभीर नहीं है।आप अपने खाने पीने का नियम बना लें , तो कभी भी बीमार नही पडोगे।