Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2023 · 1 min read

अपने मुॅंह मिठ्ठू बनते

अपने मुँह मिठ्ठू बनते सब
चहुँदिशि पट्टू करते शोर
आज अनय की आँधी सबको
त्रास दे रही है घनघोर

मीरा – कृष्ण सरीखे रिश्ते
कलियुग में बेमानी हैं
शकुनी और सुयोधन जैसे
आज मीत हैं, ज्ञानी हैं

वह भी चीर चुराता है अब
नहीं रहा जो माखनचोर
आज अनय की आँधी सबको
त्रास दे रही है घनघोर

नहीं रही पतंगबाजी अब
नहीं फेंकता कोई पाँसा
समय पड़े पर सब देते हैं
एक- दूसरे को अब झाँसा

दुराचार- दुष्कर्म- द्वैष के
मेघ घिरे हैं चारों ओर
आज अनय की आँधी सबको
त्रास दे रही है घनघोर

अब शबरी के बेर न मिलते
विदुर खिलते साग नहीं
शिव – दधीचि की भांति लोग अब
कर पाते हैं त्याग नहीं

मानव को मानव से जोड़े
कहीं बची क्या ऐसी डोर
आज अनय की आँधी सबको
त्रास दे रही है घनघोर

भासित उत्सव की सच्चाई
अब सम्मुख आने वाली है
मोहक छवि चंदा -उडगन की
अगले पल जाने वाली है

कल पछताना होगा उसको
आज नाचता जो मन – मोर
आज अनय की आँधी सबको
त्रास दे रही है घनघोर

महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
Tag: गीत
177 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all
You may also like:
#अंतिम_उपाय
#अंतिम_उपाय
*प्रणय प्रभात*
ఓ యువత మేలుకో..
ఓ యువత మేలుకో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
श्रृंगार
श्रृंगार
Neelam Sharma
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
Shashi kala vyas
हादसे ज़िंदगी का हिस्सा हैं
हादसे ज़िंदगी का हिस्सा हैं
Dr fauzia Naseem shad
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
Vindhya Prakash Mishra
ख़ूबसूरत लम्हें
ख़ूबसूरत लम्हें
Davina Amar Thakral
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
--> पुण्य भूमि भारत <--
--> पुण्य भूमि भारत <--
Ms.Ankit Halke jha
दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी
दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी
gurudeenverma198
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
shabina. Naaz
यह नफरत बुरी है ना पालो इसे
यह नफरत बुरी है ना पालो इसे
VINOD CHAUHAN
दिल का हाल
दिल का हाल
पूर्वार्थ
*रामपुर रियासत में बिजली के कनेक्शन*
*रामपुर रियासत में बिजली के कनेक्शन*
Ravi Prakash
आह और वाह
आह और वाह
ओनिका सेतिया 'अनु '
जो जिस चीज़ को तरसा है,
जो जिस चीज़ को तरसा है,
Pramila sultan
"समय का महत्व"
Yogendra Chaturwedi
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
कवि रमेशराज
"प्लेटो ने कहा था"
Dr. Kishan tandon kranti
वापस आना वीर
वापस आना वीर
लक्ष्मी सिंह
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
Shweta Soni
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कोरा संदेश
कोरा संदेश
Manisha Manjari
सुविचार..
सुविचार..
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षम
कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षम
Sanjay ' शून्य'
दोहे
दोहे
अनिल कुमार निश्छल
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
Loading...