अपने भाई के लिये, बहन मनाती दूज,
अपने भाई के लिये, बहन मनाती दूज,
आयु और सौभाग्य की, करे कामना पूजा
है ये बंधन प्रेम का, है बहनों की प्रीत,
जिसकी नहीं मिसाल हो,ऎसी है ये दूज।।
अपने भाई के लिये, बहन मनाती दूज,
आयु और सौभाग्य की, करे कामना पूजा
है ये बंधन प्रेम का, है बहनों की प्रीत,
जिसकी नहीं मिसाल हो,ऎसी है ये दूज।।