Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2024 · 1 min read

अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।

अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।
फिर दर्द जाने, दवा जाने और ख़ुदा जाने।

59 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नजरे मिली धड़कता दिल
नजरे मिली धड़कता दिल
Khaimsingh Saini
अंधविश्वास से परे प्रकृति की उपासना का एक ऐसा महापर्व जहां ज
अंधविश्वास से परे प्रकृति की उपासना का एक ऐसा महापर्व जहां ज
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
क्या पता मैं शून्य न हो जाऊं
The_dk_poetry
दादी माॅ॑ बहुत याद आई
दादी माॅ॑ बहुत याद आई
VINOD CHAUHAN
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
Paras Nath Jha
मतवाला मन
मतवाला मन
Dr. Rajeev Jain
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
हस्ती
हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
gurudeenverma198
अज़ीयत में शुमार मत करिए,
अज़ीयत में शुमार मत करिए,
Dr fauzia Naseem shad
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
इश्क में आजाद कर दिया
इश्क में आजाद कर दिया
Dr. Mulla Adam Ali
आजमाइश
आजमाइश
AJAY AMITABH SUMAN
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
*प्रणय*
"बिछुड़ गए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन में ठहरे हर पतझड़ का बस अंत हो
जीवन में ठहरे हर पतझड़ का बस अंत हो
Dr Tabassum Jahan
नरसिंह अवतार
नरसिंह अवतार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये जो मीठी सी यादें हैं...
ये जो मीठी सी यादें हैं...
Ajit Kumar "Karn"
Red Hot Line
Red Hot Line
Poonam Matia
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
Ranjeet kumar patre
मा शारदा
मा शारदा
भरत कुमार सोलंकी
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
Phool gufran
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
बरकत का चूल्हा
बरकत का चूल्हा
Ritu Asooja
कूच-ए-इश्क़ से निकाला गया वो परवाना,
कूच-ए-इश्क़ से निकाला गया वो परवाना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Don’t ever forget that you can:
Don’t ever forget that you can:
पूर्वार्थ
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
सत्य कुमार प्रेमी
*मक्खन मलिए मन लगा, चमचागिरी महान (हास्य-कुंडलिया)*
*मक्खन मलिए मन लगा, चमचागिरी महान (हास्य-कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हे गणपति
हे गणपति
इंजी. संजय श्रीवास्तव
2742. *पूर्णिका*
2742. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...