दिल को तेरे नाम कर लूं
इस दिल को तेरे नाम कर लूं,
नज़रों से तुझको सलाम कर लूं।
सोचते हैं कि कह दें सबसे अपनी मोहब्बत के किस्से,
पर फिर डरती हूं कि भरी महफिल में कैसे तुझे बदनाम कर लूं।
तेरे आने से यूं संवर गई है ज़िंदगी,
अब लगता है कि बस तेरे हवाले अपनी हर सुबह, हर शाम कर लूं।
तुमसे रूठकर लगता नहीं है ये दिल,
हर पल मन होता है कि बोल दूं उनसे, बस ये काम कर लूं।
तेरे संग ही रहना है अब तो हरदम,
तेरे साथ ही बसर ये जीवन तमाम कर लूं।