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17 Feb 2024 · 1 min read

अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो

अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
मुस्कुराहट को अपनी होठों पर ही छिपा कर रखो
गर है मोहब्बत किसी से तो करो पर सबसे बचा कर रखो
ये दुनिया है जनाब दस्तूर है यहाँ
तुम्हारी हसरत को बुरा बता देंगे
मुस्कुराहट को तुम्हारी बेरुखी बता देंगे
और गर जान गये ये मोहब्बत को तुम्हारी तो
तो ये कम्बखत उसे नजर लगा देंगे||

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