अपना क्या है? ?
अपना क्या है,जमाने से लड़ते-लड़ते
अपनों के बीच चली जाती हूँ और
अपनों के वेश में दुश्मनों से डरते-डरते
अकेली हो जाती हूँ,
अपना क्या है …..
भेद मिटा नहीं पाती हूँ
अपनों और दुश्मनों में,
अक्सर दुश्मनों को अपना और
अपनों को दुश्मन समझ बैठती हूँ,
फिर धोखा खाकर
अकेली हो जाती हूँ,
अपना क्या है…….