अन्तर
वे लोग मृत व्यक्ति को दफना रहे थे। तभी कब्र खोदने वाला व्यक्ति पास आकर बोला कि आप लोग बड़े समझदार और अच्छे हैं जी।
यह सुनकर दफनाने वाले व्यक्ति में से एक ने वजह पूछा तो उसने बताया कि आप में से कोई भी जाने वाले के लिए आँसू नहीं बहा रहे हैं, वरना यहाँ मुर्दों को दफनाने के लिए जो भी आते हैं, वे बहुत हाय-तौबा मचाते हैं, रोते हैं और बेहद सिर धुनते हैं।
यह सुनकर उस व्यक्ति ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि अजी, हम लोग मुक्तिदाता वाहिनी टीम के लोग हैं, जो लावारिस लाशों का अन्तिम क्रिया कर्म करते हैं।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
हरफनमौला साहित्य लेखक
भारत के 100 महान व्यक्तित्व में शामिल
एक साधारण व्यक्ति।