“अन्तर”
“अन्तर”
मनुष्य तो दोनों हैं
वो ऊँचे ये बौने हैं.
वो ऊँचे लोग
पॉवरफुल लोगों के साथ
मिलकर चलते हैं,
और ये लोग
रात-दिन काम करते हुए
इमारतों नालों खदानों में
दब कर मरते हैं.
“अन्तर”
मनुष्य तो दोनों हैं
वो ऊँचे ये बौने हैं.
वो ऊँचे लोग
पॉवरफुल लोगों के साथ
मिलकर चलते हैं,
और ये लोग
रात-दिन काम करते हुए
इमारतों नालों खदानों में
दब कर मरते हैं.