अनेक मौसम
जीवन की बगिया में
मौसम अनेक आते हैं
सर्द धूप सुहाती
गुनगुनी मन को भाती
पतझड़ जब आती
सूना-सूना कर जाती
रिमझिम वर्षा हर्षाती ।।
जीवन की बगिया में
सोपान अनेक आते
मेहनत के पसीने से
एक-एक कर पार पाते
कठिनाई का दलदल आता
थक कर हाथ भी हार मनाता
उम्मीद का दामन थामा तो
मार्ग सुगम तभी हो जाता
जीवन की बगिया में
वातावरण अनेक पाते
पानी सी शीतलता पाता
बर्फ शीत सा जम जाता
अग्नि सम्पर्क से पिघल जाता
एक सा नहीं मौसम जीवन बगिया का
अनेक रंगों जैसे बदलता जाता।
– सीमा गुप्ता