अनुशासन या अफ़सोस: जीवन का एक चुनाव
अनुशासन या अफ़सोस: जीवन का एक चुनाव
जीवन चौराहे पर खड़े हो, दो रास्ते हैं सामने,एक अनुशासन का, दूसरा है अफ़सोस का जहन्नुम।।
अनुशासन का रास्ता कठिन, पथरीला और कंटीला,लेकिन इसके आगे है सफलता, है जीवन का उजियारा।।
अफ़सोस का रास्ता आसान, भरा है सुखों की माया,लेकिन इसके आगे है पछतावा, है अंधेरा और तन्हाई।।
आज आपको चुनना है, कौन रास्ता अपनाएंगे आप,अनुशासन का कठिन रास्ता, या अफ़सोस का आसान जाल।।
यदि चुनेंगे आप अनुशासन, तो होगी जीत आपकी,प्राप्त करेंगे सपनों को, होगी जिंदगी आपकी खुशहाल।।
लेकिन यदि चुनेंगे अफ़सोस, तो होगा पछतावा बहुत,खो देंगे आप सबकुछ, रह जाएगा केवल दिल में दुःख।।
सोच समझकर लें निर्णय, यह है जीवन का मोड़,अनुशासन की कीमत चुकाकर बनें आप विजेता, या अफ़सोस के दलदल में डूब जाएं धीरे धीरे।।