अनुरोध
ऐ मेरी कलम!
त्याग कर सारे भ्रम
तू चलती रहे
निर्विकार भाव से
चुभती रह
झूठ के सीने पर
निर्भय रह
नया लिख
कुछ संतुष्ट कष्ट
कुछ अनुत्तरित प्रश्न
मेरी साहसी
कलम
तू अनवरत चल
रश्मि लहर
ऐ मेरी कलम!
त्याग कर सारे भ्रम
तू चलती रहे
निर्विकार भाव से
चुभती रह
झूठ के सीने पर
निर्भय रह
नया लिख
कुछ संतुष्ट कष्ट
कुछ अनुत्तरित प्रश्न
मेरी साहसी
कलम
तू अनवरत चल
रश्मि लहर