अनुपस्थित रहने का सौंदर्य :
अनुपस्थित रहने का सौंदर्य :
यदि मैं अनुपस्थित हूं या गायब हूं तो इसका मतलब है कि मैं खुद पर काम कर रहा हूं… और लोगों की नजरों या चर्चा से अनुपस्थित रहना आसान नहीं है… यह कठिन है… हमारा अहंकार और पहचान चाहती है कि हम हर समय मौजूद रहें और हर समय उपलब्ध रहें… लेकिन जिद्दी इरादे हमें हर समय मौजूद नहीं रहने देते…. इस अनुपस्थिति में एक बड़ी सुंदरता है… वह अनुपस्थिति जो मुझे अपने आप में मौजूद होने का एहसास कराती है स्वयं….और उपस्थिति मुझे अपने आप में अनुपस्थिति का एहसास कराती है…इसलिए अनुपस्थित रहें… गायब रहें… अपनी कमजोरी पर ध्यान केंद्रित करें… इसे अपनी ताकत में बदलें… तनाव प्रत्येक तंत्रिका जब आप अनुपस्थित होते हैं…आप वह पक्षी बन जाते हैं जो अलग-थलग पड़ जाता है और अपने पंख तोड़ लेता है और खुद को विकसित करने के लिए उस असहनीय दर्द को सहन करता है…वह अनुपस्थिति…वह दर्द…आपको एक नया स्वरूप देता है ….इसलिए अनुपस्थित या गायब होने में बहुत सुंदरता है, यह आपको अपनी क्षमताओं में आत्मविश्वास और विश्वास देता है….इसलिए किसी की अनुपस्थिति को कभी कम मत समझो…याद रखें कि किसी दिन वे बहुत मजबूत होकर वापस आएंगे….# अभाव में सौंदर्य #गायब होना #आत्मविश्वास #आत्मविकास ✨✨✨