Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2021 · 1 min read

अनाम की मौत पर

नफरतों की आग तुम और भड़का कर गए

जाते जाते ही सही दिल को जला कर के गए

क्या हुआ गर तुम लगा लेते गले से भींच कर

हिन्दू-मुस्लिम, ऊंच -नीच की खाई बना कर के गए

तुम को बरसो तक भले ही याद रखे ये ज़माना

साथ ही नफरत के नामो से पुकारेगा तुम्हें

चोट थी मरहम लगाते, प्यार के तुम गुल खिलाते

जलना तुम को था क्यों गुलशन को जलाकर तुम गए

नफरतों की धूप को तुमने पाला बरसों तक

कौन सा साया लिए तुम फानी दुनिया से गए ?

क्या सियासत ने तुम्हारा मार डाला था ज़मीर

मर चुके कब के थे तुम या साथ रुतबा ले गए ?

नफरतों की आग तुम और भड़का कर गए

जाते जाते ही सही दिल को जला के गए

2 Likes · 4 Comments · 298 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3754.💐 *पूर्णिका* 💐
3754.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अगर आप
अगर आप
Dr fauzia Naseem shad
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
VINOD CHAUHAN
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
Shubham Pandey (S P)
असफलता का घोर अन्धकार,
असफलता का घोर अन्धकार,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*अग्रसेन भागवत के महान गायक आचार्य विष्णु दास शास्त्री : एक युग , एक महापुरुष*
*अग्रसेन भागवत के महान गायक आचार्य विष्णु दास शास्त्री : एक युग , एक महापुरुष*
Ravi Prakash
वो अनुराग अनमोल एहसास
वो अनुराग अनमोल एहसास
Seema gupta,Alwar
वक्त बुरा तो छोड़ती,
वक्त बुरा तो छोड़ती,
sushil sarna
इंसान
इंसान
Sanjay ' शून्य'
राम आधार हैं
राम आधार हैं
Mamta Rani
सुंदर विचार
सुंदर विचार
Jogendar singh
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
..
..
*प्रणय*
Dr. Arun Kumar Shastri - Ek Abodh Balak - Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri - Ek Abodh Balak - Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुक्ति
मुक्ति
Amrita Shukla
जो हुक्म देता है वो इल्तिजा भी करता है
जो हुक्म देता है वो इल्तिजा भी करता है
Rituraj shivem verma
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
रोज गमों के प्याले पिलाने लगी ये जिंदगी लगता है अब गहरी नींद
कृष्णकांत गुर्जर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
Sonam Puneet Dubey
हम सब की है यही अभिलाषा
हम सब की है यही अभिलाषा
गुमनाम 'बाबा'
असहाय मानव की पुकार
असहाय मानव की पुकार
Dr. Upasana Pandey
"लत लगने में"
Dr. Kishan tandon kranti
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
गूंजा बसंतीराग है
गूंजा बसंतीराग है
Anamika Tiwari 'annpurna '
लावारिस
लावारिस
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ज़िंदगी हर पल गुज़र रही है
ज़िंदगी हर पल गुज़र रही है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
????????
????????
शेखर सिंह
हकीकत
हकीकत
P S Dhami
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
डर डर जीना बंद परिंदे..!
डर डर जीना बंद परिंदे..!
पंकज परिंदा
Loading...