अध्यात्म
वस्तुओं से लगाव होना स्वाभाविक है लाज़मी है, ये न हो तो दुख तिरोहित हो जायेगा। अब देखिए जिस बिस्तर पर आप शयन करते हैं प्रति दिन उसको पोषित भी करते हैं आपके जीवन का तीसरा हिस्सा सबसे सुखकारक हिस्सा बिस्तर होता है सोचिए ये कोई मज़ाक नहीं है नहीं मानते तो मनन किजिए फिर बताईए हां हां बिस्तर पर बैठे बैठे ही सही जवाब लिखिए मैं इंतज़ार करता हूं तब तक।
शेष अगले अंक में अध्यात्म 2 💕❤️❤️💕🥹