“अधूरी कविता”
“अधूरी कविता”
दुनिया के हजारों रंगों से परे
इन आँसुओं के रंग से,
कुछ मेरे दर्द लिख लेना
तेरी ही कलम से…।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
“अधूरी कविता”
दुनिया के हजारों रंगों से परे
इन आँसुओं के रंग से,
कुछ मेरे दर्द लिख लेना
तेरी ही कलम से…।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति