अधूरा प्रेम
मोहब्बत की कली दिल से कभी गर टूट जाती है
खुशी की चांदनी फिर खुद ब खुद ही रूठ जाती है
हृदय में पीर होता है , नयन में नीर होता है
हमारी जिंदगी हर इक जहर तब घूंट जाती है
शक्ति त्रिपाठी देव
मोहब्बत की कली दिल से कभी गर टूट जाती है
खुशी की चांदनी फिर खुद ब खुद ही रूठ जाती है
हृदय में पीर होता है , नयन में नीर होता है
हमारी जिंदगी हर इक जहर तब घूंट जाती है
शक्ति त्रिपाठी देव